Fascination About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
Fascination About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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शादीशुदा जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए।
किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.
महा मोहिनी वशीकरण टोटका उन उपाय में से एक है जिनमे हम कामदेव की साधना करते है.
इस उपाय को पति पत्नी करे तो उनके बीच का रिश्ता मजबूत बन जाता है. ये उनके बिच आकर्षण को बढाता है.
इस प्रकार अगले सात दिनों तक लगातार पूजा और जप करें। इस पूजा के लिए लाल आसन पर बैठें और खुद भी लाल वस्त्र पहनें।
इसके लिए आपको ऊपर दिए गए मंत्र का प्रयोग निम्न तरह से करना है.
टूटे रिश्तों को सुधारने और मजबूत करने के लिए।
विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।
इस मंत्र की सफलता व्यक्ति की श्रद्धा, कर्म और मंत्र जाप की विधि पर निर्भर करती है।
त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा
आप पाने व्यवहार से किसी को भी अपना बना सकते है। जहां व्यवहार कार्य नहीं करता वहां तंत्र कार्य कर सकता है।
वशीकरण मंत्र और इसके प्रभाव के बारे में विज्ञानी और आध्यात्मिक दो अलग-अलग मत हैं। विज्ञान के माध्यम से इसका समाधान अभी तक नहीं मिला है। वहीं, आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इन मंत्रों का प्रभाव सत्य माना जाता है।
मोहन मंत्र वह मंत्र है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति /समुदाय को अपने प्रति आकर्षित करने या प्रभावित करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग इंटरव्यू आदि में किया जाता है। click here इस मंत्र का प्रभाव साधक जब तक सामने रहता है तब तक ही होता है।
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।